जीवन की लम्बाई नहीं गहराई मायने रखती हैं। ‘मीठा झूठ’ बोलने से अच्छा है ‘कड़वा सच’ बोला जाए..इससे आपको ‘सच्चे दुश्मन’ जरूर मिलेंगे लेकिन‘झूठे दोस्त’ नहीं! सबको उसी तराजू में…
जीवन की लम्बाई नहीं गहराई मायने रखती हैं। ‘मीठा झूठ’ बोलने से अच्छा है ‘कड़वा सच’ बोला जाए..इससे आपको ‘सच्चे दुश्मन’ जरूर मिलेंगे लेकिन‘झूठे दोस्त’ नहीं! सबको उसी तराजू में…